Saturday, 3 October 2015

अपना देश अपनी संस्कृति
ऋषि मुनियों द्वारा प्रतिपादित हमारी संस्कृति अध्यात्मिक चेतना एवं वैदिक दर्शन का केन्द्र बिन्दु रही है। सत्य, अहिंसा, धर्म समन्वय एवं सेवा भाव जो भारतीय संस्कृति का अच्छुण आदर्श रहा है आज उसका अवमूल्यन हो रहा है। इस भागम-भाग जिन्दगी में लोग संस्कारों से दूर होते जा रहे है। हमारा यह प्रयास है कि उन्हे सच्चे मार्ग पर लाया जाये। https://plus.google.com/u/0/communities/116334556873411835151

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